Wednesday, November 10, 2010

ना जा...अभी ना जा....ओ ओबामा.....

दुनिया का दबंग जा चुका है। उसके आने पर तो हमारी दिवाली इस बार खास हो गई थी। भले ही ये ओबामा मैनिया दिवाली के बाद आया...दिवाली से पहले छोटी दिवाली भी मनाई थी कि ओबामा आ रहे हैं। यहीं सोच सोचकर पगलाता जा रहा था कि ओबामा क्या-क्या गिफ्ट ला रहे होंगे। बस गिफ्ट पाने की ख्वाहिश थी कि दिवाली भी शानदार तरीके से मना ली। और बचा खुचा तेल,पटाखा और कैंडल दीवाली के अगले दिन के लिए रख ली।ये सुरेश कलमाडी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण की दिवाली सेलेब्रेशन की एक झलक है। सबसे पहले हम ये स्टोरी ब्रेक कर रहे है। अनाम न्यूज चैनल के रिपोर्टर ने ये एक्सक्लुसिव स्टोरी ब्रेक की है। एक ब्रेक लेते है और इस दुनिया की सबसे बड़ी खबर पर हम बने हुए हैं। अब आपको थोड़ा पास्ट में लिए चलते हैं...ज्यादा नहीं....आदर्श घोटालों की सरकार के मुखिया अशोक चव्हाण को दिवाली गिफ्ट तो पहले ही मिल गया था। कुछ दिनों तक सीएम बने रहने के आदेश के बाद । ओबामा उनके लिए सांता क्लोज बन कर आ रहे थे। दिवाली पर मेरी क्रिसमस कहने। चव्हाण की खुशी छिपाए नहीं छिप रही थी। चलो तीन दिन की मोहलत के बाद शायद सब का दिल पसीज जाए या फिर कुछ ऐसा जादू हो जाए कि आदर्श घोटाला आदर्श बन जाए। तीन दिन इसी सोच-विचार में निकल गए।इधर कलमाडी एंड कंपनी भी दिवाली आने पर खुश थी। जांच हो रही है होने दो....धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा। अब तो चीन भी जाना है एशियाई खेलों के लिए। दिवाली पर कलमाडी भी मूड में थे। खूब मस्ती की। पता नहीं अगली दिवाली कैसी मनेगी सो मना लो भईया। अब ओबामा के जाने का वक्त हो चला था। ९ नवंबर सुबह के ८ बजकर ५५ मिनट। कलमाडी और चव्हाण ने अपने आदमियों को दिल्ली भेज दिया था। ओबामा के विशेष विमान एयरफोर्स वन का टायर पंचर करने के लिए ताकि ओबामा उड़ान ना भर सके। भारतीय एजेंसियों को इसकी कानों-कान खबर नहीं हो पाई...लेकिन ओबामा के विशेष विमान के विशेष खुफिया कर्मचारी को इसकी भनक लग गई। विमान को निश्चिति समय से पहले ही उड़ान भरने का आदेश दे दिया गया। विमान उड़ चुका था। इधर कलमाडी और चव्हाण के घर मोबाइल पर रिंग शुरू होता है। ब्रेक के बाद आगे क्या हुआ हम बने हुए हैं इस बड़ी खबर पर। रिंग शुरू होने के साथ दोनों की खुशी का ठिकाना नहीं था। यस वी कैन। दोनों यहीं सोच रहे थे कि ओबामा के विमान को पंचर कर दिया गया और उनका काम हो गया। लेकिन....लेकिन....लेकिन। पहले चव्हाण को फोन....हैलो हां काम हो गया ना...... हां, काम हो गया है क्या हां शुक्रिया मैं बहुत खुश हूं अच्छा बहुत अच्छा आपका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है क्या............ फोन कट जाता है। ओह नो..............अब कलमाडी को फोन................. कलमाडी......हां,हां....बोलो बहुत अच्छा जी,जी बहुत अच्छा चलो अब मैं चीन जाने की तैयारी कर रहा हूं अच्छा है.....जाइए......ओबामा का विमान उड़ चुका है फोन कट जाता है.........क्या..........व्हाट द... यू आर
इन तस्वीरों में आप देख सकते हैं कलमाडी और चव्हाण आपको चिंतित मुद्रा मे दिख रहे है...कुछ सोच रहे हैं दोनों....ये एक्सक्लुसिव तस्वीरें है हमारे पास जो आप इस वक्त देख रहे है....आखिर क्या सोच रहे हैं दोनों.........एक छोटे से ब्रेक के बाद............सबसे बड़ी खबर पर हम बने हुए हैं...................बड़ा सवाल यहीं है कि ये दोनों आखिर क्या सोच रहे हैं............चलिए हम आपको बताते हैं..................जय हिंद कहते होतो फिर क्यों अमेरिका जाते होकाश तुम गांधी के देश के ही हो जातेमैं कलमाडी और अशोक चव्हाणपचास हजार क्या सारी नौकरीही अमेरिका के लिए ले आता यहीं नहीं तेरे लिए कुछ भी कर जाताकुछ भी... घोटालों का विश्व रिकॉर्ड बना देता
.....................अब तेरे जाने का गम हमे खाए जा रहा है................आ लौट के आजा मेरे ओबामा......कि तुझे कलमाडी और चव्हाण बुलाते हैं.........आ लौट के आजा.............................

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