Wednesday, May 6, 2009

राहुल बाबा की जय हो

नेहरू-गांधी परिवार की प्रतिष्ठित सीट अमेठी। कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी इस बार यहां से दूसरी बार चुनाव लड़ रहे है। संजय गांधी, राजीव गांधी,सोनिया गांधी और अब राहुल बाबा की कर्मभूमि बन गई है ये देश की हाईप्रोफाइल सीट।
कहते है अमेठी है तो यूपी में लेकिन यहां के लोगों की सोच कुछ और है। मायावती और मुलायम सिंह को यहां के लोग जानते तो है लेकिन वोट वो कांग्रेस को ही करते है। ये आज से नहीं संजय गांधी के जमाने से चल रहा है। गांधी-नेहरू फैमिली से उनका दिल का रिश्ता है। राहुल-सोनिया और प्रियंका को देखने सड़कों पर लोग उतर आते है। कोई उन्हे छू लेना चाहता है तो कोई उनसे अपना दुखड़ा सुनाना चाहता है। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के नामांकन के वक्त सड़कों पर उमड़ी भीड़ तो आपने देखी ही होगी...15 वीं लोकसभा में यहां से 16 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। इनमें से अगर 15 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाएं तो शायद ही किसी को आश्चर्य होगा। कांग्रेस से राहुल बाबा के सामने बीएसपी ने आशीष शुक्ला को चुनाव मैदान में उतारा है। बीजेपी से प्रदीप सिंह चुनाव मैदान में है तो एसपी ने राहुल के सामने अपना प्रत्याशी न उतारने में ही भलाई समझी.. लोकसभा में पांच विधानसभा सीटें है।सालोन, तिलोही,जगदीशपुर,गौरीगंज और अमेठी। तिलोही विधानसभा सीट एसपी के पास है जबकि गौरीगंज पर बीएसपी का कब्जा है। बाकी की तीन सीटें कांग्रेस के पास है। यहां से चुनाव तो राहुल लड़ रहे है लेकिन मोर्चा संभाल रखा है प्रियंका अपने भाई और मां के लिए वोट मांग रही है। अमेठी और रायबरेली उनकी टॉप प्रायरिटी है। सोनिया और राहुल देश भर में प्रचार कर रहे है तो प्रियंका अमेठी और रायबरेली में घूम-घूम कर वोट मांग रही है। भले ही कांग्रेस ने मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर रखा हो लेकिन अक्सर कांग्रेसी कार्यकर्ता राहुल पर अड़ जाते है। कुछ ऐसा ही हाल अमेठी के लोगों का है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी इसी सीट से जीते थे। तो सोनिया गांधी इस सीट से जीतने के बाद प्रधानमंत्री बनते-बनते रह गई थी। जब उन्होने अंतरात्मा की आवाज पर पीएम न बनने का फ़ैसला लिया था। अब यहां के लोग राहुल बाबा में राजीव की छवि देखते है और उनमें प्रधानमंत्री के सारे गुण भी उन्हे नज़र आते है। यहां कांग्रेस की लहर हर बार रहती है भले ही पूरा यूपी कुछ और सोचता हो। इसी वजह से 1977 और 1998 को छोड़कर हर बार कांग्रेस की ही जीत हुई है। संजय गांधी,राजीव गांधी,सोनिया गांधी और राहुल गांधी सभी आसानी से जीते। इस बार भी राहुल बाबा की जीत तय मानी जा रही है। दिलचस्पी ये जानने में है कि कितने वोटों से वो जीतते है।

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